विश्व संगीत दिवस पर संगीतमय हुआ सलाम नमस्ते@IMSNOIDA.IN



इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडिज (आई.एम.एस) नोएडा के कम्युनिटी रेडियो सलाम नमस्ते 90.4 में अन्तराष्ट्रीय संगीत दिवस की पूर्व संध्या पर छात्रों ने स्व-रचित संगीत सुना कर भाव विभोर किया। इस कार्यक्रम में म्यूजिकोलॉजी स्कूल ऑफ म्यूजिक के अलावा डी.पी.एस इंदिरापुरम, एमिटी और रॉयन इंटरनेशनल स्कूल के छात्रों ने शिरकत की। छात्रों ने संगीत के माध्यम से सामाजिक समस्याएं एवं अपनी जीवन से जुड़ी यादें को तरो-ताजा किया।
कार्यक्रम में आए लीफ-टोन बैंड की गिटारिस्ट और म्यूजिकोलॉजी स्कूल की छात्रा भव्या ने बताया कि उन्होंने अपने बैंड की शुरूआत दो लोगो के साथ मिल कर किया था। उन्होंने बताया कि म्यूजिक वह भाषा है जिसे हर कोई समझ सकता है। हर उम्र के इंसान इसे पसंद करते हैं, अगर आवाज और भाषा मिल जाए तो अच्छा म्यूजिक बनाया जा सकता है।
इसी वर्ष बोर्ड परीक्षा में 10 सी.जी.पी.ए से उत्तीर्ण रॉयन इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा प्रांजली मिश्रा ने बुंदेलखंड की समस्याओं को अपनी गीत में पिरोया। प्रांजली ने बताया कि मैं अपने पापा को अपना गुरू मानती हूं। उन्होंने बताया कि मेरी गीत की बोल चंबल काली नदिया बहती है खाली, बुंदेल हरबोलो की हमने सुनी कहानी, लाख लड़ाते-लड़ाते मगर एक बूंद मिली ना पीनी है। इस गीत के माध्यम से मैंने बुंदेलखंड में बर्षो से चली आ रही  आधारभूत असुविधाओं को समाज के सामने लाने की कोशिश की है।
कार्यक्रम में आए 13 वर्षिय नन्हें वोकलिस्ट वरूण और कुशल ने अपनी टीचर को अपना गीत समर्पित किया। कुशल ने अपना गीत हर कदम पर मेरे क्या लिखा ना जानू मैं, छिन गयी है ये दुनियां अब कहां जाऊ मैं, गाकर अपनी यादों को तरो-ताजा किया।
सलाम नमस्ते की स्टेशन हेड बर्षा छबारिया ने बताया कि इस कार्यक्रम का प्रसारण अन्तराष्ट्रीय संगीत दिवस के अवसर पर शुक्रवार की सुबह 11 बजे  से दोपहर के 12 बजे तक प्रासारित किया जाएगा। इस कार्यक्रम को श्रोता दुबारा शाम के 3 बजे से 4 बजे के बीच सुन सकते हैं।

Comments

Popular posts from this blog

THE ROLE OF INPUT & OUTPUT DEPARTMENT IN NEWS CHANNELS

Best out of waste competition@IMSNOIDA.IN

SOFT SKILLS FOR IT PROFESSIONALS